गीता छठवाँ अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter – 6 with Hindi and English Translation

इस पोस्ट में श्रीमद्भगवत गीता छठवाँ अध्याय को हिंदी अर्थ और अंग्रेजी अनुवाद के साथ दिया गया है। इस लिंक पे क्लिक करके पढ़िये गीता पाँचवां अध्याय अर्थ सहित। गीता छठवाँ अध्याय श्लोक – १ श्रीभगवानुवाच अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः।स संन्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रियः॥६-१॥ -: हिंदी भावार्थ :- श्री भगवान …

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गीता पाँचवां अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter – 5 with Hindi and English Translation

इस पोस्ट में श्रीमद्भगवत गीता चतुर्थ अध्याय को हिंदी अर्थ और अंग्रेजी अनुवाद के साथ दिया गया है। भगवद्गीता के चतुर्थ अध्याय को कर्मसंन्यासयोगः – कर्म-संन्यास योग (Yoga of Renunciation from Action) का अध्याय कहा जाता है। इस लिंक पे क्लिक करके पढ़िये गीता चतुर्थ अध्याय अर्थ सहित। गीता पाँचवां अध्याय श्लोक – १ अर्जुन …

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गीता चतुर्थ अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter – 4 with Hindi and English Translation

इस पोस्ट में श्रीमद्भगवत गीता चतुर्थ अध्याय को हिंदी अर्थ और अंग्रेजी अनुवाद के साथ दिया गया है। भगवद्गीता के चतुर्थ अध्याय को ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः – ज्ञान कर्मसंन्यास योग (Yoga of Knowledge and Renunciation from Action) का अध्याय कहा जाता है। इस लिंक पे क्लिक करके पढ़िये गीता तृतीय अध्याय अर्थ सहित । गीता चतुर्थ अध्याय …

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गीता तृतीय अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter – 3 with Hindi and English Translation

इस पोस्ट में श्रीमद्भगवत गीता तृतीय अध्याय को हिंदी अर्थ और अंग्रेजी अनुवाद के साथ दिया गया है । भगवद्गीता के तृतीय अध्याय को कर्मयोगः (Yoga of Action) का अध्याय कहा जाता है। इस लिंक पे क्लिक करके पढ़िये “गीता द्वितीय अध्याय अर्थ सहित” । गीता तृतीय अध्याय श्लोक – १ अर्जुन उवाचज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता …

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गीता द्वितीय अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter – 2 with Hindi and English Translation

इस पोस्ट में श्रीमद्भगवत गीता द्वितीय अध्याय को हिंदी अर्थ और अंग्रेजी अनुवाद के साथ दिया गया है । भगवद्गीता के द्वितीय अध्याय को साङ्ख्ययोग (Yoga Of Knowledge) का अध्याय कहा जाता है। इस लिंक पे क्लिक करके पढ़िये “गीता प्रथम अध्याय अर्थ सहित” । गीता द्वितीय अध्याय श्लोक – १ :- संजय उवाच :-तं …

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गीता प्रथम अध्याय अर्थ सहित Bhagavad Gita Chapter 1 with Hindi and English Translation

अर्जुनविषादयोगः (अर्जुन विषादयोग) Disappointment of Arjun गीता प्रथम अध्याय श्लोक – १ -: धृतराष्ट्र उवाच :-धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय॥१-१॥ -: हिंदी भावार्थ :- (सत् और असत् के विवेक रूपी नेत्रों से रहित,) धृतराष्ट्र बोले- (सत् और असत् के विवेक रूपी दिव्य नेत्रों वाले,) हे संजय! धर्मभूमि कुरुक्षेत्र में एकत्रित, युद्ध की इच्छावाले …

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गीताया उपदेशामृतम् । गीता उपदेश पर संस्कृत में निबंध

In this post you will get bhagavad gita essay in sanskrit, geeta ka mahatva in sanskrit language, short essay on bhagavad gita in sanskrit. प्रस्तावना गीताया मुख्या उपदेशाः उपसंहारः प्रस्तावना महाभारतस्य युद्धे अर्जुनं विषण्णहृदयं दृष्ट्वा तस्य कर्तव्यबोधनार्थ भगवता कृष्णन य उपदेशो दसः स एव ‘ श्रीमदभगवदगीता ‘ इति नाम्ना प्रसिद्धोऽस्ति । गीतायां भगवता कृष्णेन प्रायः …

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मम महाविद्यालयः Essay on My College in Sanskrit

हमारे महाविद्यालय पर निबंध, मेरा विद्यालय कैसा है इस पर संस्कृत में निबंध, स्कूल essy इन संस्कृत, essy ऑन यूनिवर्सिटी इन संस्कृत. प्रस्तावना विद्यालयस्य शिक्षा उपसंहारः प्रस्तावना मम महाविद्यालयो नगराद् बहिः एकान्ते सुन्दरे प्रदेशे स्थितोऽस्ति । महाविद्यालयस्य भवनं । निरीक्ष्य चेतो नितान्तं हर्षमनुभवति । महाविद्यालयस्य रमणीयता च न कस्य चेतो बलाद् हरति ? महाविद्यालयोऽस्माकं कृते …

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अपनी-अपनी बीमारी – हरिशंकर परसाई

अपनी-अपनी बीमारी, हरिशंकर परसाई जी द्वारा रचित एक व्यंग रचना है। हरिशंकर परसाई भारतीय हिंदी साहित्य के महान व्यंग्यकार लेखकों में से एक माने जाते हैं। हरिशंकर परसाई ने ‘अपनी-अपनी बीमारी’ नामक इस व्यंग्य रचना में विभिन्न प्रकार के लोगों के दुखी होने के कारणों पर व्यंग्य किया है। हरिशंकर परसाई कहते हैं कि कोई …

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Holi Essay in Marathi. मराठीत ‘होळी’वर निबंध

होळी हा एक महत्वाचा सण आहे। होळीचा सण म्हणजे उत्साह व उल्हास हा सण फाल्गुन महिन्यात पौर्णिमेला येतो। प्रत्येक गावात होळीसाठी एक जागा ठरलेली असते। तिला होळीचा माळ असे म्हणतात। तेथे एक खड्डा खणतात। त्यात झाडाची एक फांदी उभी ठेवतात। फांदीभोवती लाकडे रचतात। तिला फुलांनी सजवतात। हीच होळी होय। संध्याकाळी तेथे सर्व लोक जमतात। होळीची …

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