Corona Virus पर सर्वाधिक पूछे जाने वाले प्रश्नों और भ्रांतियों की विश्वसनीय जानकारी

जितनी तेजी से कोरोना नही फैल रहा है, उससे भी तेज कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाहें फैल रही हैं। इस पोस्ट Corona Virus पर सर्वाधिक पूछे जाने वाले प्रश्नों और भ्रांतियों की जानकारी दी गई है।

★ कोई भी फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यह वेबसाइट आपको किसी भी प्रकार का फैसला लेने के लिए प्रेरित नही करती है।

1. कोरोना वायरस का वैक्सीन बना लिया गया है :

यह झूठी पोस्ट व्हाट्सएप्प पर बहुत प्रसारित हो रही है।

कोरोना वायरस के 54000 केसेस की एक रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रकाशित की है । इस नए कोरोना वायरस के 104 स्ट्रेन हैं जो कि एक दूसरे से 99 प्रतिशत मिलते जुलते हैं जो कि हमारे लिए एक अच्छी बात है ।

कोरोना की बनावट, सिंगल स्ट्रेन्डेड RNA Virus होना एनवलप (ऊपरी आवरण ) इत्यादि होना इसके बहुत से कमज़ोर लिंक को दिखाता है । जिससे इसका वैक्सीन बना लिया जाएगा इसकी संभावना बहुत है। किंतु वैक्सीन निर्माण, ट्रायल, और मार्केटिंग तक की प्रक्रिया में महीनों लग सकते हैं । एविडेंस बेस्ड मॉडर्न मेडिसिन ( एलोपैथी ) में मात्र दावों के आधार पर उपयोग की छूट नहीं मिलती । बेहद कड़ी प्रक्रिया एवं नियमों से नई दवा को गुज़रना होता है ।

दूसरा वैक्सीन बीमारी से बचाते हैं हो जाने पर उपचार नहीं करते ।

2. इलाज ढूंढ लिया गया है ?

HIV, एड्स में उपयोग की जाने वाली दवाएं जैसे lopinavir, एवं स्वाइन फ्लू की दवा osceltamavir एवं मलेरिया की क्लोरोक्विन इत्यादि के कॉम्बिनेशन से कुछ गंभीर मरीजों का इलाज किया गया है जो कि सफ़ल भी हुआ है किंतु अभी यह नहीं कहा जा सकता कि वे मरीज़ दवा से ठीक हुए या supportive ट्रीटमेंट की वज़ह से स्वतः ठीक हुए ।

इसलिए अभी कि स्थिति में मात्र supportive इलाज ही आधिकारिक इलाज है।

उपरोक्त दावों की सच्चाई जानने के लिए और शोध किये जा रहे हैं ।

3. शराब से कोरोना ठीक होता है :

लोगों ने समझा स्पिरिट से हाथ साफ करने से जब यह वायरस मरता है तो स्पिरिट पीने से भी मरेगा । लेकिन समझना यह होगा कि वायरस आपके stomach में जा कर एकत्र नहीं रहेगा वरण नाक और गले की कोशिकाओं के रिसेप्टर्स में रहेगा फिर फेंफड़ों की कोशिकाओं (Pneumatocytes ) के ACE 2 Receptors से चिपक जाएगा ।लोगों

अल्कोहल स्टमक से ब्लड में फिर लिवर में जा कर मेटाबोलिज्म से बदल जायेगा ।

‘हां पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए’ वाली बात हो तो फ़िर ठीक है ।

4. Nonveg नहीं खा सकते ?

पका हुआ खाना वायरस रहित होगा फिर वो वेज हो या नॉनवेज ।

अभी का Pandemic मुख्यतः Human to human ट्रांसमिशन से ही हो रहा है भले ही शुरुआत एनिमल फ़ूड मार्किट से हुई हो ।

हां आप मार्किट से नॉनवेज या फिश खरीदते समय संक्रमित हो सकते हैं।

पिछले कोरोना एपिडेमिक SARS ( चीन, 2003 , MERS सऊदी 2012 ) भी साल दो साल में खत्म हुये थे ।

5. क्या ये वारफेयर है क्या चीन ने इसे बनाया है :

ऐतिहासिक एवं वैज्ञानिक तथ्य इसकी ओर इशारा नहीं करते । न ही किसी आधिकारिक वैज्ञानिक एजेंसी ने इसकी शंका व्यक्त की है ।

कोई भी देश ऐसे बॉम्ब या मिसाइल नहीं बनाना चाहेगा जो गाइडेड न हों जो खुद अपने ही देश में फिस्फोट कर दें या जो कैसा व्यवहार करेंगे का भी अंदाजा न लगाया जा सकता हो । जो इंसानी नियंत्रण में ही न हों ।

वायरस बायोलॉजिकल वारफेयर के ख़राब हथियार हैं उपरोक्त वजहों से ।

बेहतर हथियार एंथ्रेक्स , बॉटूलिस्म ज़ैसे बैक्टेरिया हैं जो स्पोर के रूप में बरसों सुरक्षित रह सकते हैं एवं मनचाही जगह पर जेनोसाइड कर सकते हैं ।

साथ ही वायरस से करोङों मानवीय मौतें ऐतिहासिक तथ्य हैं तब जब वायरस को ढंग से देखा तक नहीं गया था उन्हें बनाने की तकनीक की तो बात ही दूर है ।

1918 का स्पेनिश फ्लू सभी को पता होना चाहिए जब 5 करोड़ लोग 2 वर्षों में इस वायरस से मर गए थे जो कि उस वक्त की जनसंख्या का 3 प्रतिशत था ।

मतलब हर 100 में से 3 लोग मारे गए थे ।

स्वाइन फ्लू 2009 में मेक्सिको से आरंभ हुआ था जो कि एक बहुत विकसित देश नहीं है ।

6. क्या बॉडी टेम्परेचर से वायरस नहीं मरेगा :

बिल्कुल बॉडी तापमान वायरस को मारेगा लेकिन वायरस भी वृद्धि करता रहेगा और अंगों को नुकसान पंहुचा चुका होगा ।

7. क्या ये मीडिया हाइप है , उतना खतरा नहीं ?

कोरोना का case fatality rate 3.4 percent. है । एवं RO rate 2.3 से अधिक है । RO rate अर्थात दूसरों को संक्रमित करने की दर जो कि फ्लू जितनी ही है।

लेकिन CFR 3.4 फ्लू एवं स्वाइन फ्लू से कहीं अधिक है।

अतः Potential ख़तरा देशों को वाकई बहुत है। बावजूद इसके कि व्यक्तिगत स्तर पर बचने की संभावना 97 प्रतिशत हो । लेकिन 100 में 3 मृत्यु का अर्थ है 1 करोड़ में 3 लाख मृत्यु ।

8. बच्चों में कम क्यों होता है :

यह नया Covid 19
कोरोना सर्वाधिक 30 से 70 साल की उम्र के लोगों को हुआ है ।

किंतु, नवजात शिशु में भी पाया गया है ।

लेकिन बच्चों में कम होने की एक वज़ह बच्चों का अन्य कोरोना वायरस से पहले ही संक्रमित हो क्रॉस इम्युनिटी होना हो सकता है ।

मनुष्यों में कुल 7 तरह के कोरोना वायरस संक्रमण पाए गए हैं। जिनमे से 4 गंभीर नहीं होते और हमें होते रहे हैं। बाकि 3

हैं SARS, MERS, एवं यह वाला Covid19

9. जांच न हो पाने पर मैं क्या करूँ :

कोरोना वायरस की जांच का आपके उपचार से कोई संबंध नहीं। क्योंकि रिपोर्ट 4 से 6 दिन में आएगी । जांच डिसीज़ बर्डन जानने के लिए हैं मुख्यतः न कि उसके आधार पर उपचार में परिवर्तन होगा ।

10. संक्रमित होने पर कितने दिन में लक्षण आएंगे :

4 से 14 दिन में कभी कभार 24 दिन में । इसे Incubation period कहा जाता है। इतने दिन में हालांकि वह व्यक्ति औरों को संक्रमित कर सकता है जबकि उसे खुद ही पता नहीं होगा कि वह संक्रमित है ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर सभी देशों के लिए लिखा है अपुष्ट नुस्खों को उपचार न मानें ।

★ कोई भी फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यह वेबसाइट आपको किसी भी प्रकार का फैसला लेने के लिए प्रेरित नही करती है।

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