पत्नी द्वारा झूठी शिकायत करने पर पति के क्या अधिकार क्या हैं?

पति-पत्नी का रिश्ता जितना पवित्र और मजबूत होता है, उतना ही नाजुक भी। कई बार छोटे-मोटे झगड़े इतने बढ़ जाते हैं कि पत्नी अपने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर देती है। और कभी-कभी ये शिकायत झूठी होती है, जिससे पति को परेशानी, बदनामी, और यहाँ तक कि जेल तक झेलनी पड़ सकती है। ऐसे में सवाल उठता है- अगर पत्नी झूठा केस डाल दे, तो पति के पास क्या हक हैं? भारत का कानून पति को भी बचाव के अधिकार देता है। ये आर्टिकल पूरा पढ़ें, आपको सारे जवाब मिल जाएंगे। चलिए शुरू करते हैं!

पत्नी झूठा केस डाले तो पति क्या करे?

अगर आपका रिश्ता टूटने की कगार पर है और पत्नी ने झूठी शिकायत की है, तो घबराने की बजाय कानूनी रास्ता चुनें। यहाँ कुछ कदम हैं जो आप उठा सकते हैं:

  • सबूत जमा करें: कोई मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग, या गवाह जो साबित करे कि शिकायत झूठी है।
  • वकील से मिलें: एक अच्छा वकील आपकी मदद करेगा कि सही धाराओं के तहत केस लड़ा जाए।
  • झूठी शिकायत का जवाबी केस: IPC की धारा 211 (झूठी शिकायत का आरोप) के तहत पत्नी पर केस कर सकते हैं। अगर वो कोर्ट में झूठे सबूत दे, तो IPC धारा 191 (झूठी गवाही) भी लग सकती है।
  • मानहानि का दावा: अगर शिकायत से आपकी इज्जत को नुकसान हुआ, तो IPC धारा 499 और 500 के तहत मानहानि का केस डाल सकते हैं। इसमें 2 साल तक की सजा या जुर्माना हो सकता है।
  • रिश्ता बचाना चाहते हैं? हिंदू मैरिज एक्ट की धारा 9 (रेस्टिट्यूशन ऑफ कंजुगल राइट्स) के तहत कोर्ट से गुहार लगा सकते हैं कि पत्नी साथ रहे।

भारत में पति के कानूनी हक क्या हैं?

भारत का कानून सिर्फ पत्नियों को ही नहीं, पतियों को भी बराबर के अधिकार देता है। इन्हें “वैवाहिक अधिकार” कहते हैं। आसान भाषा में, शादी के बाद पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे के साथ सम्मान और प्यार से रहने का हक है। इसमें शामिल हैं:

  • झूठे इल्ज़ाम से बचाव: अगर पत्नी दहेज (IPC 498A) या घरेलू हिंसा का झूठा केस डाले, तो CrPC धारा 227 के तहत कोर्ट से मांग सकते हैं कि वो सबूत दे। सबूत न मिले तो केस खारिज हो सकता है।
  • मेंटल हैरेसमेंट की शिकायत: पत्नी गालियाँ देती हो या धमकाए, तो IPC धारा 294 (अश्लील हरकत) या धारा 506 (धमकी) के तहत शिकायत कर सकते हैं।
  • तलाक का हक: अगर झूठी शिकायत से क्रूरता साबित हो, तो हिंदू मैरिज एक्ट की धारा 13(1) के तहत तलाक मांग सकते हैं।
  • मेंटेनेंस का दावा: अगर पत्नी कमाती है और आपकी हालत खराब है, तो हिंदू मैरिज एक्ट की धारा 24 के तहत गुजारा भत्ता मांग सकते हैं।

हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का नज़रिया

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने कई बार कहा है कि पत्नी का अपने पति के खिलाफ झूठी शिकायत करना “क्रूरता” की श्रेणी में आता है। जैसे, श्रीमती दीपलक्ष्मी बनाम साची केस में कोर्ट ने माना कि झूठा इल्ज़ाम क्रूरता है और तलाक का आधार बन सकता है। अगर आप साबित कर दें कि शिकायत झूठी थी, तो कोर्ट आपको तलाक दे सकता है और पत्नी पर कार्रवाई भी कर सकता है।

आखिरी बात

अगर पत्नी ने झूठी शिकायत की है, तो पति को डरने की जरूरत नहीं। कानून ने उसे भी हक दिए हैं—बस सही वक्त पर सही कदम उठाना जरूरी है। सबूत जमा करें, वकील से सलाह लें, और अपने हक के लिए लड़ें। उम्मीद है, ये आर्टिकल आपके काम आया। कोई सवाल हो तो कमेंट करें, जवाब ज़रूर दूंगा। अगले आर्टिकल में मिलते हैं!

Leave a Comment

Join WhatsApp Group