विशिष्ट बालक का अर्थ, परिभाषा एवं विशिष्ट बालक के प्रकार

प्रत्येक समाज में कुछ ऐसे बालक होते हैं , जो सामान्य बालकों की अपेक्षा श्रेष्ठ या हीन होते हैं । आनुवंशिकता तथा वातावरण में भिन्नता के कारण इन बालकों के शारीरिक , मानसिक और अन्य गुणों में भिन्नता पाई जाती है। विशिष्ट बालक का अर्थ विशिष्ट बालक की परिभाषा विशिष्ट बालकों के प्रकार विशिष्ट एवं …

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उपलब्धि परीक्षण अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, प्रकार और विशेषताएं

प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में अनेकों प्रकार का ज्ञान तथा कौशल प्राप्त करता है। इस ज्ञान तथा कौशल में कितनी दक्षता व्यक्ति ने प्राप्त की है, इसका पता उस ज्ञान तथा कौशल के उपलब्धि परीक्षण से ही चलता है।विद्यालय की विभिन्न कक्षाओं में अनेकों प्रकार के छात्र, शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। समान …

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वैयक्तिक बुद्धि परीक्षण और सामूहिक बुद्धि परीक्षण में अंतर

वैयक्तिक तथा सामूहिक बुद्धि परीक्षण में एक दूसरे से विभिन्न पहलुओं में भिन्नता पाई जाती है। वैयक्तिक तथा सामूहिक बुद्धि परीक्षण में निम्नलिखित अन्तर पाये जाते हैं – क्रम सं. वैयक्तिक परीक्षण सामूहिक बुद्धि परीक्षण 1 इनके द्वारा एक समय में एक ही व्यक्ति का बुद्धि परीक्षण किया जा सकता है इन परीक्षणों के द्वारा …

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शाब्दिक बुद्धि परीक्षण और अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में अंतर

शाब्दिक बुद्धि परीक्षण एवं अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में पाये जाने वाले अंतर को आप नीचे दी गई तालिका के माध्यम से समझ सकते हैं– क्रम सं. शाब्दिक बुद्धि परीक्षण अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण 1 इनमें बौद्धिक समस्याओं को शब्दों या भाषा के माध्यम से परीक्षार्थी के सम्मुख प्रस्तुत किया जाता है इसमें बौद्धिक समस्याओं को रेखा …

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बुद्धि का विकास

बुद्धि एक जन्मजात योग्यता है और बौद्धिक क्षमता का निर्धारण भी गर्भाधान के समय ही हो जाता है। यद्यपि जन्म के साथ ही मानव मस्तिष्क में बुद्धि की सारी सम्भावनायें में रहती हैं, लेकिन उनमें से लगभग 50% क्षमता ही विकसित होती है। शेष 50% बौद्धिक क्षमता का विकास वातावरण से भी प्रभावित होता है। …

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नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम – 2009 से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण तथ्य

निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 से सम्बन्धित कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित है – 1. वर्ष 2006 में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का मॉडल विधेयक विकसित किया गया। 2. 4 अगस्त, 2009 को शिक्षा का अधिकार, 2009 पारित हुआ। 3. 27 अगस्त, 2009 को भारत सरकार के राजपत्र में प्रकाशित हुआ। 4. 1 अप्रैल, …

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नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम – 2009 में विद्यालय के लिए तय मापदण्ड

नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 में सभी विद्यालयों के लिए कुछ मापदंडों की घोषणा की गई। जिनमें विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या कितनी हो, विद्यालय का भवन कैसा हो, पुस्तकालय, खेल सामग्री, एक वर्ष में न्यूनतम कार्यदिवसों की संख्या आदि के संबंध में तय मापदंडों के बारे में घोषणा की गई। शिक्षकों की संख्या …

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नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम – 2009 में सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन की प्रक्रिया एवं प्रयुक्त शब्दावली

सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन की प्रक्रिया आर. टी. ई. 2009 के अनुसार शिक्षक प्रत्येक बच्चे के स्तर का आकलन करेंगे – 1. उनके स्तर एवं गति के अनुसार गतिविधि आधारित शिक्षण कराएँगे। 2. शिक्षण के दौरान ही प्रत्येक बच्चे का व्यापक आकलन सतत् रूप से करेंगे। 3. अभिभावकों को बच्चों की प्रगति, उपस्थिति आदि के …

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नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम – 2009 में सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के लिए दिशानिर्देश

नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के अन्तर्गत मूल्यांकन को भी सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के रूप में देखा गया। क्योंकि सीखना एक सतत् प्रक्रिया है, अतः मूल्यांकन भी सतत् होना चाहिए। मूल्यांकन शिक्षण अधिगम प्रक्रिया व उसमें सुधार का एक अभिन्न अंग है। यह एक प्रक्रिया है, लक्ष्य नहीं, जो बालक के विकास एवं …

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नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम – 2009 के अनुसार विद्यालय में कठिनाइयाँ एवं उनके निराकरण हेतु दिशा निर्देश

1. शिक्षकों द्वारा अलग-अलग कक्षाओं में अलग-अलग विषयों का शिक्षण ऐसे विद्यालय जहाँ शिक्षकों की संख्या आर. टी. ई. मानकों के अनुसार है, वहाँ जो शिक्षक कक्षा 1 को हिन्दी या अन्य विषय पढ़ाता हो, वही शिक्षक कक्षा 5 तक उसी विषय को पढ़ाए अर्थात् हिन्दी या अन्य विषय का शिक्षण सभी पाँच कक्षाओं में …

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