Poem on River in Hindi. नदी पर कविता

इस पोस्ट में पढ़िए नदी पर हिंदी कविता (poem on River in Hindi). the little river poem in hindi ऊँचे पहाड़ों से, सकरी चटानी से, सरपट दौड़ती हुई, बहती है नदी। ऊंचे पहाड़ों से भी गिरकर, सकरी चटटानो से भी फिसल कर, हार न मानने की सलाह, हमें दे जाती है नदी। जंगलो के बीच से, …

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कविताओं और नज़्मों के जरिए CAA, NRC और NPR का विरोध प्रदर्शन

जैसा कि सभी को ज्ञात है कि पिछले कुछ दिनों से लखनऊ में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विरोध प्रदर्शन करने के भी सबके अपने तरीके होते हैं। कोई बस फूँककर विरोध करता है, कोई मासूमों के साथ हिंसा करके विरोध करता है तो कोई शांतिपूर्ण विरोध करता है। कोई अपने लेख के माध्यम से …

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Poem on Republic day in Hindi. गणतंत्र दिवस पर कविता

इस पोस्ट में हम आपके लिए भारत के गणतंत्र दिवस यानी कि 26 जनवरी के लिए हिंदी में कविता (Poem on Republic day in Hindi) ले कर आये हैं। यहाँ आपको गणतंत्र दिवस में कई तरह की हिंदी कविता मिलेंगी जिनको आप 26 जनवरी की बधाई देने के लिए उपयोग कर सकते हैं। गणतंत्र दिवस …

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Poem on Sun in Hindi. सूरज पर कविता हिंदी में

इस पोस्ट पर बच्चों के लिए सूरज पर कविता (Sun Poem in Hindi) लेकर आएं हैं। सूरज जो समस्त ब्रम्हांड का ऊर्जा का स्रोत है, और हिन्दू समेत कई धर्मों में भगवान के रूप में भी पूजा जाता है। सूरज पर कविता हिंदी में (Sun Poem in Hindi) हम आपको यहां सूरज पर 5 कविताएं …

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चाणक्य नीति पर निबंध

चाणक्य एक बुद्धिमान व्यक्ति अपने समय से बहुत आगे की सोच रखता था, चाणक्य ने नैतिकता के बारे में महत्वपूर्ण कथन दिये हैं, जो आज भी प्रचलित हैं। ‘चाणक्य नीती शास्त्र’ कथनों का एक संग्रह है, जिसे विभिन्न शास्त्रों से चाणक्य द्वारा चुना गया है। कौन है चाणक्य? चाणक्य का दर्शन एक नेता में नैतिक …

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ठिठुरता हुआ गणतंत्र – हरिशंकर परसाई

गणतंत्र दिवस हमेशा ठंड में पड़ता है। पर इस वाक्य को और सही से कहा जाए जिससे देशहित हो तो कहेंगे कि ठंड हमेशा गणतंत्र दिवस में आती है। चलिए यूँ कहें कि गणतंत्र दिवस ठिठुरता रहता है। हरिशंकर परसाई जी ने इसी ठिठुरता हुआ गणतंत्र पर एक व्यंग्य लिखा है। इस आर्टिकल में हम …

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पिटने-पिटने में फर्क – हरिशंकर परसाई

परसाई जी की यह ख़ूबी है कि वो हर चीज़ पर व्यंग्य लिख देते थे। उन्हें गलत बात बर्दाश्त नही थी या फिर यूँ कहें कि वो समाज को जागरूक करने हेतु हर गलत बात व्यंग्य रूप में लिख देते थे। उनका “पिटने-पिटने में फर्क” नामक व्यंग्य इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। परसाई जी …

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क्रांतिकारी की आत्मकथा – हरिशंकर परसाई

एक क्रांतिकारी की आत्मकथा – हरिशंकर परसाई : क्रांति क्या होती है? क्रांति किसी शोषण और अन्याय के प्रति विद्रोह को कहा जाता है। और यह विद्रोह ज़रूरी नही हिंसात्मक ही हो। क्रांति कई तरीके से की जाती है। इसके लिए अंग्रेजी में रेवोल्यूशन शब्द का प्रयोग किया जाता है। कई देशों में क्रांतियां हुई …

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बाल ठाकरे की जीवनी और राजनीतिक सफर

◆ बाल केशव ठाकरे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ, एक दक्षिणपंथी जातीय मराठी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे, जिसका नाम शिवसेना है। ◆ शिवसेना पार्टी की गतिविधियाँ मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी भाग में महाराष्ट्र राज्य में केंद्रित हैं। बाल ठाकरे ने मुंबई शहर में गैर-मराठियों के प्रवास और बढ़ते प्रभाव का विरोध किया था। ◆ …

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आइए जलते हैं – डॉ चंद्रेश कुमार छतलानी

आइए जलते हैं, डॉ चंद्रेश कुमार छतलानी द्वारा लिखी गई एक कविता है। डॉ छतलानी जी ने प्रतिलिपि लघुकथा सम्मान 2018, ब्लॉगर ऑफ़ द ईयर 2019 सहित कई अन्य सम्मान प्राप्त किये हैं। इस कविता के माध्यम से डॉ छतलानी जी ने “कब जला जाए और कब नहीं” बताने का प्रयास किया है। केवल दीपक ही नहीं …

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